कुछ लोग करी पत्ते को मीठी नीम के नाम से भी जानते हैं। इसका उपयोग बहुत से व्यंजनों का जायका बढ़ाने का कार्य तो करता ही है। खराब लाइफस्टाइल, खानपान के कारण ब्लड शुगर के अलावा ब्लड प्रेशर की समस्या का अधिकतर लोग सामना कर रहे हैं। इस समस्या से करीब पांच करोड़ 70 लाख लोग प्रभावित हैं। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, हाई ब्लड प्रेशर से दिल का दौरा, स्ट्रोक, रेटिना को नुकसान और यहां तक ये मौत का कारण भी बनता है। अंग्रेजी में इसे करी लीफ और संस्कृत में कृष्णा निंबा कहकर संबोधित किया जाता है।
दक्षिणी भारत में इसे लंबे समय से उपयोग किया जाता रहा है। इसके औषधीय गुणों और विशेषताओं को देखते हुए इसका उपयोग अब देश के अधिकतर हिस्सों में किया जाने लगा है। इसके फायदे उतने ही बेहतरीन हैं। इसे हम दाल, सब्जियों में तो खुशबू और स्वाद के लिए इस्तेमाल करते ही हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि इसके सेहत और सौंदर्य लाभ भी हैं?
आँखों के लिए फायदेमंद – करी पत्ता (Curry leaf) आँखों की रौशनी तेज करता है और मोतियाबिंद होने की सम्भावना कम करता है. करी पत्ते में विटामिन ए की भरपूर मात्रा पाई जाती है। इसके विटामिन A में पाए जाने वाले Carotenoids पाए जाते हैं जोकि कॉर्निया और आँखों की सेंसटिव लेयर की रक्षा करता है।
डायबिटीज में करी पत्ती – बताया जाता है कि कढ़ी पत्ते में हाइपोग्लाइसेमिक (शुगर लेवल को कम करना) गुण पाए जाते हैं । यह गुण शरीर में शुगर की मात्रा को कम करने में सहायक साबित होता है। इस कारण ऐसा कहा जा सकता है कि नियमित आहार में करी पत्ता के लाभ डायबिटीज जैसे जोखिमों को कम करने में मददगार साबित हो सकते हैं ।करी पत्ता इन्सुलिन लेवल कण्ट्रोल करके ब्लड शुगर स्तर काबू करता है. इसके लिए रोज सुबह 8-10 पत्ते खायें या पत्ती का रस निकालकर खाली पेट पियें। करी पत्ती में पाए जाने वाले विटामिन, बीटा-कैरोटीन, कार्बाजोल ऐल्कलॉइडस और फाइबर Type2 Diabetes होने की संभावना कम करते हैं। इसलिए डायबिटीज रोगी को कड़ी पत्ता का सेवन अवश्य करायें।
कोलेस्ट्रोल कम करे – कढ़ी पत्ते में विटामिन सी के साथ एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइन्फ्लामेट्री गुण मौजूद होते हैं। वहीं इस संबंध में किये गए एक शोध में विशेषज्ञों ने पाया कि कढ़ी पत्ते का उपयोग शरीर से बैड केलेस्ट्रोल की मात्रा को घटाने में सहायक सिद्ध होता है । करी पत्ता शरीर में हानिकारक कोलेस्ट्रोल लेवल को बैलेंस रखता है. जिससे हार्ट की बीमरियों से बचाव होता है.
किडनी और लिवर के लिए फायदे – करी पत्ता किडनी और लिवर पर बहुत अच्छा असर डालता है. शरीर के इन दो ख़ास अंगों को स्वस्थ रखना चाहते हों तो करी पत्ता नियमित सेवन करें. करी पत्ता इन्हें बहुत से इन्फेक्शन से बचाता है और इनके काम करने की ताकत बनाये रखता है.विशेषज्ञों के मुताबिक इन तत्वों में हेप्टोप्रोटेक्टिव गुण पाए जाते हैं, जो लिवर की कार्यक्षमता को बढाते हैं। साथ ही उससे संबंधित हेपेटाइटिस और सिरोसिस जैसे जोखिमों को कम करने में भी सहायक होते हैं ।
लीवर शरीर का बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसका निरंतर बिना रुके सही तरीके से काम करना जरुरी होता है। करी पत्ता लीवर को सशक्त बनाता है। यह लीवर को बैक्टीरिया तथा वायरल इंफेक्शन से बचाता है। इसके अलावा यह फ्री रेडिकल्स, हेपेटाइटिस, सिरोसिस जैसी कई बीमारियों से भी बचाता है।
आँखों के लिए फायदेमंद – करी पत्ता (Curry leaf) आँखों की रौशनी तेज करता है और मोतियाबिंद होने की सम्भावना कम करता है. करी पत्ते में विटामिन ए की भरपूर मात्रा पाई जाती है। इसके विटामिन A में पाए जाने वाले Carotenoids पाए जाते हैं जोकि कॉर्निया और आँखों की सेंसटिव लेयर की रक्षा करता है।
डायबिटीज में करी पत्ती – बताया जाता है कि कढ़ी पत्ते में हाइपोग्लाइसेमिक (शुगर लेवल को कम करना) गुण पाए जाते हैं । यह गुण शरीर में शुगर की मात्रा को कम करने में सहायक साबित होता है। इस कारण ऐसा कहा जा सकता है कि नियमित आहार में करी पत्ता के लाभ डायबिटीज जैसे जोखिमों को कम करने में मददगार साबित हो सकते हैं ।करी पत्ता इन्सुलिन लेवल कण्ट्रोल करके ब्लड शुगर स्तर काबू करता है. इसके लिए रोज सुबह 8-10 पत्ते खायें या पत्ती का रस निकालकर खाली पेट पियें। करी पत्ती में पाए जाने वाले विटामिन, बीटा-कैरोटीन, कार्बाजोल ऐल्कलॉइडस और फाइबर Type2 Diabetes होने की संभावना कम करते हैं। इसलिए डायबिटीज रोगी को कड़ी पत्ता का सेवन अवश्य करायें।
कोलेस्ट्रोल कम करे – कढ़ी पत्ते में विटामिन सी के साथ एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइन्फ्लामेट्री गुण मौजूद होते हैं। वहीं इस संबंध में किये गए एक शोध में विशेषज्ञों ने पाया कि कढ़ी पत्ते का उपयोग शरीर से बैड केलेस्ट्रोल की मात्रा को घटाने में सहायक सिद्ध होता है । करी पत्ता शरीर में हानिकारक कोलेस्ट्रोल लेवल को बैलेंस रखता है. जिससे हार्ट की बीमरियों से बचाव होता है.
किडनी और लिवर के लिए फायदे – करी पत्ता किडनी और लिवर पर बहुत अच्छा असर डालता है. शरीर के इन दो ख़ास अंगों को स्वस्थ रखना चाहते हों तो करी पत्ता नियमित सेवन करें. करी पत्ता इन्हें बहुत से इन्फेक्शन से बचाता है और इनके काम करने की ताकत बनाये रखता है.विशेषज्ञों के मुताबिक इन तत्वों में हेप्टोप्रोटेक्टिव गुण पाए जाते हैं, जो लिवर की कार्यक्षमता को बढाते हैं। साथ ही उससे संबंधित हेपेटाइटिस और सिरोसिस जैसे जोखिमों को कम करने में भी सहायक होते हैं ।
लीवर शरीर का बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसका निरंतर बिना रुके सही तरीके से काम करना जरुरी होता है। करी पत्ता लीवर को सशक्त बनाता है। यह लीवर को बैक्टीरिया तथा वायरल इंफेक्शन से बचाता है। इसके अलावा यह फ्री रेडिकल्स, हेपेटाइटिस, सिरोसिस जैसी कई बीमारियों से भी बचाता है।
खून की कमी-विशेषज्ञों के मुताबिक कढ़ी पत्ते में एंटी एनीमिया गुण पाया जाता है, जो एनीमिया पर प्रभावी रूप से काम कर सकता है। इसके अलावा कड़ी पत्ता कैल्सियम आयरन, जिंक और वैनेडियम जैसे खनिज पदार्थों का अच्छा स्रोत है। इस कारण कहा जा सकता है कि एनीमिया से निजात दिलाने में कढ़ी पत्ते का उपयोग सहायक साबित हो सकता है ।
करी पत्ती कैसे लगायें
करी पत्ता (Curry leaf) के पेड़ पूरे भारत में पाए जाते हैं. इसका बोटैनिकल नाम Murraya koenigii है।
करी पत्ता का पौधा लगाना बड़ा ही आसान है. इसके लिए Kadi Patta के ताजे बीज लेकर जमीन में बो दीजिये. इसे खुली धूप और हल्का गर्म वातावरण की आवश्यकता होती है.
गर्मियों में दोनों टाइम सिंचाई और ठंडियों में हल्की सिंचाई करिए. बहुत ज्यादा सिंचाई की आवश्यकता नहीं होती पर मिटटी नम रहनी चाहिए.
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