एनएलपी एक मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण है जिसमें सफल व्यक्तियों द्वारा उपयोग की जाने वाली रणनीतियों का विश्लेषण करना और उन्हें व्यक्तिगत लक्ष्य तक पहुंचने के लिए लागू करना शामिल है। यह विशिष्ट परिणामों के अनुभव के माध्यम से सीखे गए विचारों, भाषा और व्यवहार के पैटर्न से संबंधित है। एनएलपी के समर्थक मानते हैं कि सभी मानवीय क्रियाएं सकारात्मक हैं। इसलिए, यदि कोई योजना विफल हो जाती है या अप्रत्याशित होता है, तो अनुभव न तो अच्छा होता है और न ही बुरा-यह केवल अधिक उपयोगी जानकारी प्रस्तुत करता है
N- Neuro(न्यूरो)
न्यूरो का मतलब हमारी 5 इन्द्रियों से हैं। हमारी 5 इन्द्रियां ( सुनना , सूंघना , महसूस करना , टेस्ट , देखना ) ये हैं। इनके मध्यम से हम किसी बाहरी चीजों के बारे में जानकारी लेते हैं और उसी प्रकार की प्रतिकिर्या करते हैं। जब हम वो जानकारी ग्रहण करते हैं। तब उस जानकारी की मदद से हमारे दिमाग के अंदर एक नक्शा और चित्र बनता है। जिससे हम बाहरी चीजो और अन्य व्यक्तियों द्वारा पूछी पहेली का उत्तर देते हैं। इसी से हमारा अपने सगे सम्बन्धियों और अन्य लोगों से बर्ताव होता है।
L-Linguistic (भाषा सम्बन्धी विज्ञान)
भाषा सम्बन्धी विज्ञान एक बहुत ही शक्तिशाली तकनीक होती है। इसके मतलब की बात करें तो “दिमाग की भाषा “ जी हाँ अगर हम इसको जान लेते हैं कि वह कौनसी भाषा है। जिसकी मदद से हम दुसरे व्यक्ति की दिमागी भाषा को आसानी से समझ सकते हैं और यह भी जान सकते हैं कि दुसरे व्यक्ति के दिमाग को किस भाषा से समझाया जा सकता है। तो हम उसका प्रयोग करके हमारे विचारों और दुसरे व्यक्ति के विचारो को बदल सकते हैं और इससे अपने और दूसरों में बेहतर कम्युनिकेशन किया जा सकता है।
P-Programming
प्रोग्रामिंग मतलब कैसे हमारा दिमाग जानकारियों को लेके काम करता है और किसी को अपनी प्रतिकिर्या देता है। दोस्तों हम हमारे दिमाग में पहले से ही अलग अलग सिचुएशन के बारे में प्रोग्रेंमिंग कर सकते हैं। जब हम ये सब कर लेंगे तो हम इस प्रोग्रामिंग का प्रयोग करके अलग अलग सिचुएशन में एक अच्छा रिजल्ट ला सकते हैं। जो हमारे लिए बेहद अच्छा साबित होगा ।
NLP इतिहास
1970 के दशक में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, सांताक्रूज में न्यूरो-भाषाई प्रोग्रामिंग विकसित की गई थी। इसके प्राथमिक संस्थापक जॉन ग्राइंडर, एक भाषाविद् और रिचर्ड बैंडलर, एक सूचना वैज्ञानिक और गणितज्ञ हैं। जूडिथ डीलोज़ियर और लेस्ली कैमरून-बैंडलर ने भी इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया, जैसा कि डेविड गॉर्डन और रॉबर्ट डिल्ट्स ने किया था। एनएलपी पर ग्राइंडर और बैंडलर की पहली पुस्तक, स्ट्रक्चर ऑफ मैजिक: ए बुक अबाउट लैंग्वेज ऑफ थेरेपी, 1975 में जारी की गई थी। इस प्रकाशन में, उन्होंने संचार के कुछ पैटर्न को उजागर करने का प्रयास किया, जो संचारकों को दूसरों से अलग मानते थे।
NLP (Neuro Linguistic Programming) तकनीक कैसे काम करती है?
NLP तकनीक एक ऐसा गहन अध्यन और पढाई है। ये वो पढाई है जो सोच , व्यवहार, लैंग्वेज , प्रोग्रामिंग आदि पर आधारित है और उस पर काम करती है। यह तकनीक हमारे दिमाग और शरीर को एक नई दिशा देती है। उससे सचेत करती है कि किस समय क्या करना है क्या नहीं करना है। यह हमारे दिमाग को रास्ता दिखाने के लिए एक ऐसा फ्रेम्वोर्क तैयार करती है।
ये तकनीक (Technique) हमे ये बताती है कि कैसे हम अपने दिमाग में कोड करते हैं। जिससे हमारे जीवन के हर मुकाम और क्षेत्र में सफलता मिले। हम आगे बढ़ सकें। दोस्तों आप इस तकनीक के साथ अपनी रणनीतियों का एक ऐसा ग्रुप बना सकते हैं। जिसकी मदद से आप कहीं भी फैसला लेना , अपने पर्सनल सम्बन्धियों से बात करना, अपने प्रोफेशनल जीवन में आगे बढना, लोगों को मोटीवेट करने के लिए बात चित करना, अपनी जिन्दगी में भले बुरे को देख सकें, उससे अच्छा बना सकें इसमें आप ये सब कर सकते हैं।
अगर हम इस तकनीक (Technique) को अपने अध्यात्मक से जोड़ें या आसान शव्दों में अपनी पढने की क्षमता के साथ जोड़ें। तो ये बिलकुल भी गलत बात नही होगी। दोस्तों एक तरह से हम इस तकनीक को हम हमारे शरीर और दिमाग से खुद को संभाल सकते हैं। अगर हम इसका अच्छे तरीके से प्रयोग करेंगे। तो हम दुनिया के किसी भी मुकाम तक आसानी से पहुँच सकते हैं। जो सफलता प्राप्त कर सकते हैं ।
इसलिए आज के समय में लोग इस से प्रभावित होकर कई प्रकार की ट्रेनिंग और वर्कशॉप लते हैं। और उनसे जुड़ जाते हैं। आज के लोग भी इस तकनीक (Technique) में बहुत रुचि ले रहे हैं। इसमें आपको नेता, मैनेजर्स, सीईओ, सेल्फ एम्प्लॉय, मल्टी लेवल मार्केटिंग आदि द्वारा इस तकनीक का अच्छे से अभ्यास किया जा रहा है। यह तकनीक बहुत ही ज्यादा पोपुलर (Popular) हो चुकी है। जो आने वाले समय में भी ऐसे ही रहेगी।
और अधिक जानने के लिए वीडियो पर क्लिक करे।
(1) नेपोलियन हिल के अनमोल विचार
(2) डर के आगे जीत है |
(3) डेल कार्नेगी के अनमोल विचार |
(4) Healing & Cleansing of Chakras| 7 चक्र क्या हैं ?
(5) 555 Manifestation Technique :अपने सपनों को पुरा करो
(6) Law of Attraction से उन सब चीजों को पा सकते हैं जो आप चाहते हैं
(7) Depression: डिप्रेशन क्या है और इसके लक्षण
(8) subconscious mind:अवचेतन मन क्या है और कैसे काम करता है
(9) Curry Leaves: करी पत्ता के चमत्कारिक फायदे
(10) Mind Thoughts :दिमाग में विचार कैसे जन्म लेते हैं
(11) NLP : एन. एल. पी. क्या है ?
(12) आज का पंचांग
(13) अपनी राशि जाने :know your sunsign
(14) Free में जन्म कुण्डली देखें
(15) श्री रामशलाका प्रश्नावली
(2) डर के आगे जीत है |
(3) डेल कार्नेगी के अनमोल विचार |
(4) Healing & Cleansing of Chakras| 7 चक्र क्या हैं ?
(5) 555 Manifestation Technique :अपने सपनों को पुरा करो
(6) Law of Attraction से उन सब चीजों को पा सकते हैं जो आप चाहते हैं
(7) Depression: डिप्रेशन क्या है और इसके लक्षण
(8) subconscious mind:अवचेतन मन क्या है और कैसे काम करता है
(9) Curry Leaves: करी पत्ता के चमत्कारिक फायदे
(10) Mind Thoughts :दिमाग में विचार कैसे जन्म लेते हैं
(11) NLP : एन. एल. पी. क्या है ?
(12) आज का पंचांग
(13) अपनी राशि जाने :know your sunsign
(14) Free में जन्म कुण्डली देखें
(15) श्री रामशलाका प्रश्नावली