अगर कोई सराय काले खां से लेकर मेरठ तक कार से सफर करता है तो उसे एक तरफ के लिए 140 रुपये का टोल देना होगा। अगर आप एक्सप्रेस वे पर इंदिरापुरम से चढ़ते हैं तो मेरठ तक के लिए 95 रुपये का टोल देना होगा। इसके अलावा मेरठ के लिए डूडाहेड़ा से 75 रुपये और डासना से केवल 60 रुपये का टोल देना होगा।
दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे पर 2 रुपये 34 पैसे प्रति किमी के हिसाब से टोल तय किया गया है। इसलिए सराय काले खां से मेरठ के बीच 59.77 किमी के सफर के लिए पब्लिक को 140 रुपये का भुगतान करना होगा। सराय काले खां से मेरठ तक 140 रुपये सिर्फ हल्के वाहनों के लिए है।
दूसरी गाड़ियों के लिए रेट अलग है। हल्के कमर्शल वाहनों को दिल्ली से मेरठ के बीच 225 रुपये देना होगा। बस और ट्रक को मेरठ तक के लिए 470 रुपये का टोल होगा। थ्री एक्सल वाहन के लिए 515 रुपये, 4 से 6 एक्सल वाहनों के लिए 740 रुपये और इससे अधिक एक्सल वाले वाहनों को 900 रुपये का टोल देना होगा। मेरठ से चलने पर भोजपुर तक 20 रुपये, रसूलपुर सिकरोड तक 45 रुपये, डासना तक 60 रुपये, डूडाहेड़ा तक 75 रुपये, इंदिरापुरम तक 95 रुपये और सराय काले खां तक 140 रुपये का भुगतान करना होगा। यह रेट सिर्फ कार के लिए है।
नोएडा के लोगों के लिए एंट्री पॉइंट इंदिरापुरम होगा। अगर आप यूपी गेट से डासना तक जाते हैं और सर्विस लेन से जाते हैं तो आपको इस दूरी के लिए टोल नहीं देना पड़ेगा। एक्सप्रेस वे पर कौन कितनी दूर तक सफर करता है, इसको तय करने के लिए NHAI की ओर से खास बंदोबस्त किया गया है। एक्सप्रेस वे के सभी एंट्री और एग्जिट गेट पर ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर इंस्टाल किया गया है। इससे पता चल जाएगा कि आपने कितनी दूरी तय की है। यह सिस्टम पहली बार इस एक्सप्रेस वे पर शुरू किया जा रहा है। एक गाड़ी को टोल प्लाजा पर 3 से 5 सेकंड के लिए रुकना होगा। इसके बाद ही बूम बैरियर खुलेगा।
दिल्ली और मेरठ दोनों ही ओर से एंट्री के वक्त दोपहिया वाहन का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। दोपहिया वाहन चालकों की सुरक्षा के मद्देनजर इसे लागू किया गया है। आदेश के बावजूद भी कोई नियम तोड़ता है और एक्सप्रेस वे पर दोपहिया या थ्री व्हीलर चलाते हुए पकड़ा जाता है तो चालान कटेगा और न मानने पर उसके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जा सकती है।