एक व्यक्ति पत्थर तोड़ने का काम करता था और उसी में ही वह अपने परिवार का गुजारा करता था लेकिन वह अपनी जिंदगी से खुश नहीं था और हमेशा कुछ और सोचता रहता था अचानक एक दिन सोते-सोते उसको सपने में एक बहुत बड़ा जलूस दिखाई दिया जिसमें एक नेता जा रहा था |
उसके पीछे लाखों लोगों की भीड़ थी जो सिर्फ एक झलक उस नेता को देखना चाहते थे यह देख कर उसको बड़ा अच्छा लगा और उसको लगा कि काश मैं भी एक नेता बन जाऊं और अचानक सपने में वह एक नेता बन जाता लेकिन उसकी खुशी ज्यादा देर तक नहीं रह सकी गर्मी में और लाखों लोगों की भीड़ के कारण उसको चक्कर आ गया और वह वहीं गिर पड़ा उसको लगा कि सूरज उस नेता से भी ज्यादा ताकतवर है |
अब वह सोचने लगा कि काश में सूरज बन जाऊं और उसका यह सपना भी पूरा हो गया अब वह सूरज बन गया और चारों ओर गर्मी फैलाने लगा लेकिन कुछ देर बाद अचानक कुछ बादल आ गए और उसका यह सपना भी पूरा नहीं पूरा नहीं हुआ अब वह सोचने लगा कि काश मैं बादल बन जाऊं और वह बादल बन गया |
बादल बनने पर वह बहुत खुश था पर अचानक एक तेज हवा आई और उस बादल को उड़ा कर ले गई अब वह सोचने लगा की काश में हवा होता थोड़ी देर बाद वह हवा बन गया हवा बनकर वह बहुत तेजी से इधर उधर दौड़ने लगा \
लेकिन थोड़ी देर बाद एक चट्टान उसके सामने आई जिससे वह रुक गया अब वह सोचने लगा कि क्यों ना मैं एक चट्टान बन जाऊं अब वह एक चट्टान बन गया लेकिन कुछ देर बाद उसको दर्द का एहसास हुआ उसको लगा कि कोई उसे तोड़ रहा है अब वह सोचने लगा कि यह तो बहुत ताकतवर है जो इसे तोड़ रहा है और अपने सपने से वह वह व्यक्ति बनने की सोचने लगा परंतु वह बन नहीं सका क्योंकि यह वही व्यक्ति था जो सपना देख रहा था इसलिए आप जैसे हैं सही है|